जो भी कोई इंस्टाग्राम पर है उसने पिछले एक महीने में कम से कम एक बार ‘कच्चा बादाम’ को देखा होगा या उसकी धुन होगा।
भले ही आपने स्वयं इस ऑडियो का इस्तेमाल करके रील नहीं बनाई हो लेकिन आपने मशहूर हस्तियों, इन्फ्लुएंसर और लाखों लोगों को इंस्टाग्राम पर इस धुन पर नाचते हुए देखा होगा।
सोशल मीडिया पर यह काफी वायरल हो चुका हैं। इस गाने के गायक और संगीतकार कोई बड़े संगीतकार नहीं हैं, बल्कि मूंगफली बेचने वाले पश्चिम बंगाल के भुबन बड्याकर है।
उन्होंने ग्राहकों का मनोरंजन करने और मूंगफली बेचने के लिए लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए ‘कच्चा बादाम’ गाना गाय। उनके गाने की तरह, वह और उनका व्यवसाय भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका हैं।
अब, वह अपने राज्य में एक स्टार बन गए है और हाल ही में उन्हें कोलकाता के एक 5-सितारा रेस्टोरेंट में इस बेहतरीन गीत को बनाने और गाने के लिए बुलाया गया था।
होटल में लोग जो पहले से ही गीत के लिरिक्स को जानते थे, वो उनके साथ गा रहे थे और उनको चीयर और सपोर्ट कर रहे थे। यह आज इंटरनेट पर सबसे ज्यादा दिल को छू लेने वाली बात है। इंस्टाग्राम पर वायरल हुए इस गाने ने बड्याकर को रातों रात स्टार बना दिया है।
प्रसिद्धि और पहचान के अलावा, उन्हें बंगाल पुलिस द्वारा सम्मानित किया गया है। हालांकि सोशल मीडिया पर उन्हें इंस्टाग्राम पर क्रिएटर के तौर पर उनका हक मिलने की चर्चा भी चल रही है।
लोगों ने तर्क दिया कि जिस संगीत लेबल ने उसके गीत को संगीत जोड़कर एक ट्रेंडिंग रील में बदल दिया ऐसे में उन्हें उनके इस गीत के लिए पेमेंट करना चाहिए।
इसके बाद गोधुलीबेला संगीत के गोपाल घोष ने एक लीडिंग दैनिक को बताया कि वे गायक-संगीतकार को 3 लाख रुपये की पेमेंट कर रहे है।
उन्होंने कहा, “हमने आज भुबन दा के साथ 3 लाख रुपये में एक कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है और उन्हें चेक में 1.5 रुपये का पैमेंट किया गया है। बचा हुआ पेमेंट अगले सप्ताह तक कर दिया जाएगा। यह काफी समय पेंडिंग था।”
कुछ लोगों ने तर्क दिया कि यह गाने की वायरलिटी की तुलना में बहुत कम है। हालाँकि, भुबन, जो एक गायक बनना चाहता था।
लेकिन वित्तीय कारणों से नहीं कर सका, वह इस पेमेंट से संतुष्ट है और साथ ही साथ रेस्टोरेंट में अपने दर्शकों के लिए गाने के लिए बहुत खुश है।
रातों रात स्टार बने भुबन बड्याकर को कब तक काम मिलता रहेगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा। कुछ लोगों को इस बात का भी डर है कि उनका हाल कहीं बाबा का ढाबा वाले दंपति या रानू मण्डल जैसा ना हो जाए।