बॉलीवुड फ़िल्म में हमेशा से ही विलेन के किरदार को काफी ज्यादा महत्वपूर्ण समझा जाता हैं।
अगर आप भी बॉलीवुड फिल्मों के शौकीन रह चुके है तो आपने मशहूर बॉलीवुड विलेन रामी रेड्डी का नाम जरूर सुना होगा।
बता दे इन्होंने सैकड़ों से ज्यादा फिल्मों में नेगेटिव किरदार निभाकर हर किसी को पूरी तरह हैरत में डाल दिया था। स्क्रीन पर इनका किरदार देखकर हर कोई सहम जाता था।
बता दे इनका जन्म 1 जनवरी, 1959 को आंध्र प्रदेश के चित्तूर ज़िले में हुआ था। रिपोर्ट के अनुसार इनका पूरा नाम गंगासानी रामी रेड्डी है।
वो हिंदी के साथ-साथ साउथ फ़िल्म इंडस्ट्री के काफी बड़े अभिनेता बन चुके है।
रेड्डी द्वारा साल 1980 में हैदराबाद की ‘उस्मानिया यूनिवर्सिटी’ से ‘बैचलर इन जर्नलिज़म’ का कोर्स किया गया था।
साउथ इंडस्ट्री में कदम रखने से पहले उन्होंने बतौर एक जर्नलिस्ट के तौर पर भी काम किया था। रेड्डी द्वारा अपने दमदार अभिनय करियर की शुरुआत साल 1990 में आई तेलुगु फ़िल्म ‘अंकुसम’ से करी गई थी।
इसके बाद साल 1990 में आई फिल्म ‘प्रतिबंध’ फ़िल्म के ज़रिए इन्होंने बॉलीवुड में डेब्यू करा था। लेकिन बॉलीवुड फ़िल्म ‘वक़्त हमारा है’ ने तो इनकी किस्मत पलट कर रख दी थी।
इस फिल्म में इनको चिकारा नाम का किरदार निभाने को मिला था और फिर इन्हे लगभग 250 फिल्मों में काम करने का मौका मिला था।
रामी रेड्डी काफी समय तक लीवर और किडनी की बीमारी की वजह से पीड़ित रहे थे। इसी वजह से 14 अप्रैल, 2011 को सिकंदराबाद के एक निजी अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई थी।
अपनी मृत्यु के समय वह केवल 52 साल के थे। रेड्डी की आख़िरी बॉलीवुड साल 2003 में ही रिलीज़ हुई थी और इस फिल्म का नाम टाडा’ था। फिल्म में उनको अपने किरदार वजह से खूब लोकप्रियता मिली थी।
इनके बारे में यह बात तक की जाती है कि इन्होंने साल 2003 के बाद साउथ फिल्मों की ओर अपना रुख कर लिया था।