करीब चार साल लंबे इंतजार के बाद यश KGF चैप्टर 2 लेकर आ गए है । इस मूवी को 14 अप्रैल 2022 को पूरे भारत में रिलीज किया गया है।
इस फिल्म के निर्माता विजय किरांगदुर और निर्देशक प्रशांत नील है। पहले पार्ट की तरह इसे भी भव्य बनाने की पूरी कोशिश की गई है।
यह फिल्म फैंस को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है जिसमें भरपूर एक्शन है और डायलॉगबाजी है और स्टारडम कूट कूट कर भरा हुआ है। के जी एफ चैप्टर 2 वही से शुरू होती है जहा चैप्टर 1 खतम हुई थी।
गरुड़ा को मारने के बाद रॉकी का साम्राज्य स्थापित हो जाता है मगर उसने कई दुश्मन बना लिए हैं। रॉकी को मारने के लिए अधीरा (संजय दत्त) को लाया जाता है।
अधीरा अधीरा सूर्यवर्धन का भाई है जिसे लोगों ने मरा हुआ मान लिया था। चैप्टर वन में सरकार और पुलिस की कोई खास भूमिका नहीं थी।
लेकिन इस बार प्रधानमंत्री रामिका सेन ( रवीना टंडन) रॉकी के अवैध कारोबार को खत्म करना चाहती है।
फिल्म का पहला हाफ तेज गति से भागता है लेकिन दूसरे हाफ में कहानी आगे बढ़ती है और एक्शन भी देखने को मिलता है।
क्लाइमेक्स में जोरदार एक्शन की उम्मीद की जाती है लेकिन यह अपेक्षा कहीं ना कहीं अधूरी रह जाती है।पहले भाग कि कई कमियों को दूसरे भाग में निर्देशक और लेखक प्रशांत नील के द्वारा दूर किया गया है।
दर्शकों को ज्यादा सोचने का समय नहीं दिया गया है और एक्शन पर फोकस रहा है, कई तरह के हथियार हथोड़ा, चेन, तलवार मशीनगन देखे जा सकते हैं।फिल्म में यह भी बताया जाता है कि रॉकी जो कर रहा है वह क्यों कर रहा है।
दरअसल यह एक कैरेक्टर डड्रिवन मूवी है फिल्म के हर फ्रेम में यश की छाप छोड़ने की कोशिश की गई है।
कुछ दृश्य है जिन्हें फिल्म का हाईलाइट कहा जा सकता है।
जैसे कि रॉकी का पहली बार अधीरा से सामना, अधीरा की टीम पर गोलीबारी, प्रधानमंत्री के ऑफिस में रॉकी का घुस जाना, रीना (श्रीनिधि शेट्टी) को पकड़ ले जाना, कार से रॉकी का पीछा करना।
फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर और सिनेमैटोग्राफी शानदार है । हालांकि संगीत के मामले में थोड़ी सी कमजोर पड़ जाती है।
यश के चेहरे पर एक्सप्रेशंस की कमी नजर आती है। श्रीनिधि शेट्टी को कोई खास अवसर नहीं मिला है।हालांकि विलेन के रूप में संजय दत्त काफी प्रभावित करते हैं।
उनका गेटअप भी काफी खतरनाक है। रवीना टंडन को कुछ अच्छे सीन मिले हैं। प्रकाश राज मालविका विनाश अर्चना जॉयस जैसे कलाकार का सपोर्ट अच्छा रहा है।