शार्क टैंक इंडिया के एक इंटरप्रेन्योर के इन्वेस्ट करने की संभावना उस समय खतरे में पड़ गई जब ‘शार्क’ ने सोचा कि वह बहुत ‘अकडू (घमंडी)’ है।
एकमात्र संस्थापक ने बुमर नामक एक अंडरवियर ब्रांड को युवा बाजार में लक्षित किया था, जिसमें उनकी कंपनी में 5% इक्विटी के मुकाबले 75 लाख रुपये की मांग की गई थी।
बुमर नामक एक अंडरवियर ब्रांड के फाउंडर यूथ मार्केट को टारगेट किया था। उन्होंने शार्क से अपनी कंपनी के 5% इक्विटी के मुकाबले 75 लाख रुपये की मांग की थी।
हाल ही में एक अनदेखा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है कि इंटरप्रेन्योर फोन पर अपने पार्टनर के साथ दिए गए प्रस्ताव के बारे में सलाह लेते हुए दिखाई दे रहे है।
वह यह बता रहे है कि उन्हें तीन शार्क- अमन गुप्ता, नमिता थापर और अनुपम मित्तल के ऑफर को क्यों ठुकरा दिया।
लेकिन इससे पहले कि उन्हें एक ऑफर मिलता इंटरप्रेन्योर ने अशनीर ग्रोवर का अपमान किया। उन्होंने कहा वह अमन और विनिता में ज्यादा दिलचस्पी लेंगे।
इस पर अशनीर ने इंटरप्रेन्योर पर ‘दोगलपन का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने तीन साल में 3 अरब डॉलर की कंपनी बनाई है।
तूने बोला तुझे फिनटेक नहीं चाहिए। तुझे अमन और विनीता की मार्केटिंग चाहिए पर तेरा इन्वेस्टमेंट तो फिनटेक कम्पनी से ही आया था।
और अब तू जो बोल रहा है ये दोगलापन है। रुक अभी तेरा पूरा दोगलापन मैं उतारता हूँ।
अशनीर ने कहा हिसाब लगा ले, 20,000 करोड़ रुपये बनते हैं, दिन का 20 करोड़ रुपये का धंधा बनाता हूं। अशनीर के ऐसे गुस्सा हो जानें पर विनीता और अनुपम मित्तल ने उन्हें शांत रहने के लिया कहा।
अमन ने इंटरप्रेन्योर से कहा कि वह चिंता न करें, क्योंकि वह उसे निश्चित रूप से उन्हें एक ऑफर देंगे और यह भी कहा कि उन्हें अन्य शार्क का अनादर नहीं करना चाहिए।
अमन और नमिता ने एक साथ मिलकर इंटरप्रेन्योर को 75 लाख रुपये ऑफर किये लेकिन बदले में 15% इक्विटी मांगी।
इंटरप्रेन्योर ने फैसला लेने के लिए कुछ समय मांगा और अपने साथी से फोन पर बात की। इंटरप्रेन्योर ना कहने के लिए तैयार था।
इस बीच, अमन ने कहा कि वो उनके ब्रांड को पसंद करते है और उसमें इन्वेस्ट करने में बहुत रुचि भी रखते है।
केवल एक बात जो उन्हें ऑफर देने के लिए रोक सकती है वह इंटरप्रेन्योर का ‘अकडू’ स्वभाव है।
अपना डिसीजन बनाने के बाद इंटरप्रेन्योर जज के सामने आये और 6.5% इक्विटी के प्रस्ताव के साथ काउंटर किया।
अनुपम ने सुझाव दिया कि उन्हें 8% के लिए समझौता करना चाहिए, और इंटरप्रेन्योर ने 7.5% इक्विटी के प्रस्ताव का फिर से काउंटर किया।
इस पर नमिता ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में कभी भी आधे प्रतिशत से अधिक की सौदेबाजी नहीं की है। अमन ने इसकी तुलना सब्जी खरीदने से की।
वहीं इंटरप्रेन्योर शर्तों पर टिके रहे। वहीं अमन और नमिता दोनों ने इंटरप्रेन्योर को अपनी बात पर टिके रहने के लिए बधाई दी और उनके काउंटर को मान लिया।