ट्विटर को खरीदने वाले एलोन मस्क इन दिनों हर जगह काफी ज्यादा लोकप्रियता बटोर रहे हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें वह इस पर स्पेस एक्स ऑर्गनाइजेशन के मालिक हैं और टेस्ला जैसी कंपनी के सीईओ भी है।
ज्यादातर लोगों को तो यही लग रहा है कि एलोन मस्क ने तो एक ही हफ्ते में ट्विटर को खरीद लिया था।
पर आप में से कुछ ही लोग जानते होंगे कि उन्होंने इतनी शोहरत पाने के लिए काफी ज्यादा मेहनत की हुई है।
आज हम इसी क्रम में अपने आर्टिकल के जरिए आपके सामने एलोन मस्क से जुड़ी हर छोटी से छोटी खबर का जिक्र करेंगे।
अगर एलोन मस्क की शुरुआती जीवन की बात करें तो तो साल 1971 में इनका जन्म दक्षिण अफ्रीका देश में हुआ था।
इनके पिता का नाम एरोल मस्क था और माता का नाम मई मस्क था, इनके साथ एक बहन और एक भाई भी था।
अपने पेरेंट्स का तलाक हो जाने के बाद ही अपने पिता के साथ वह दक्षिण अफ्रीका में रहने लग गए थे
एलन मस्क की ऐसे हुई प्रारंभिक शिक्षा
एलन मस्क ने 11 वर्ष की उम्र में ही काफी सारी किताबें पढ़ ली थी।
एलन का बचपन से ही पसंदीदा सब्जेक्ट कंप्यूटर बन गया था
और उन्होंने बचपन में ही अपनी किताबों की मदद से कंप्यूटर में प्रोग्रामिंग और कोडिंग सीख ली थी और उसी की मदद से उन्होंने ब्लास्ट नाम से एक गेम बना लिया था।
इस गेम को उन्होंने एक जानी मानी अमेरिकन कंपनी को मात्र 500 डॉलर में ही बेच दिया था।
एलन को इंट्रोबर्ट होने की वजह से काफी बुली हुआ करते थे।
जिसके कारण ही अक्सर एलन मस्क की लड़ाई किसी न किसी लड़के से हो जाती थी।
एक बार वह उनसे लड़ते हुए सीढ़ी से गिर गए थे और बेहोश भी हो गए। तब से आज तक एलन को सांस लेने में बहुत ही ज्यादा तकलीफ होती है।
फिजिक्स और अर्थशास्त्र में हुए थे बहुत ही आसानी से ग्रेजुएट
एलन मस्क को हायर एजुकेशन के लिए 1988 में बहुत ही आसनीस से कनाडाई पासपोर्ट मिल गया, जिसके बाद,
उन्होंने दक्षिण अफ्रीका देश को हमेशा के लिए छोड़ दिया था और किंग्स्टन, ओंटारियो के क्वीन विश्वविद्यालय में अपना एडमिशन लिया था।
फिर एलन ने यहां से साल 1992 में पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय, फिलाडेल्फिया में अपना ट्रांसफर भी ले लिया।
उन्होंने 1997 में ही उन्होंने फिजिक्स और अर्थशास्त्र दोनो सब्जेक्ट में उन्होंने ग्रेजुएट की डिग्री प्राप्त की थी।
फिर वे कैलिफोर्निया आ गए थे, जहां पर उन्होंने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से पीएचडी करने के लिए अपना एडमिशन लिया था,
पर दो दिन बाद ही उन्होंने अपना स्कूल कर कुछ अलग करने में लग गए थे।
एलन का यह बहुत ही ज्यादा मानना था कि इंटरनेट, फिजिक्स की तुलना में इस समाज को बहुत ही आसानी से बदलने की क्षमता रखता है।
फिर, उन्होंने अपने भाई को पार्टनर बना कर 1995 में Zip2 नाम की कंपनी बना ली थी।
Zip2 और Paypal को मिली बहुत ही ज्यादा सफलता
एलन द्वारा बनाई गई Zip2 कंपनी ऑनलाइन न्यूज और मैप लोगों को प्रदान करती थी।
साल 1999 में ही Zip2 को कंप्यूटर निर्माता कंपनी कॉम्पैक द्वारा 307 मिलियन डॉलर में खरीद लिया गया था, इससे एलन को अपनी हिस्सेदारी के अनुसार पूरे 22 मिलियन डॉलर रुपए मिले थे।
इसके बाद मस्क द्वारा फिर एक ऑनलाइन फाइनेंस सर्विस कंपनी X.com की स्थापना की गई थी, जो बाद में ही Paypal बन गई थी।
यह ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने में लोगो की मदद करती थी। 2002 में ऑनलाइन नीलामी में ईबे द्वारा Paypal को 1.5 बिलियन डॉलर में खरीद लिया गया था।
रॉकेट साइंस पढ़कर ही बनाया अपना रॉकेट
अच्छा खासा पैसा कमा लेने के बाद उन्होंने सोचा कि, क्यों ना अब स्पेस इंडस्ट्री में अपना हाथ आजमाया जाए।
जिसके बाद वह 3 ICBM रॉकेट लेने के लिए 2003 में रूस चले गए, वहां पर उनको एक रॉकेट 8 मिलियन डॉलर में दिया जा रहा था।
एलन ने सोचा इतनी बड़ी रकम देने से अच्छा वह खुद ही रॉकेट का निर्माण कर ले। एलन मस्क वापस अपने घर आए और रॉकेट साइंस को पढ़ने लग गए।
एलन ने साल के अंदर ही खुद का रॉकेट बना कर तैयार कर दिया था। जिसके तुरंत बाद ही उन्होंने स्पेसएक्स नाम की कंपनी का निर्माण करा था।
पर एलन का पहला रॉकेट भी बहुत ही बुरी तरीके से फेल हो गया था। उन्होंने एक बार और प्रयास किया, लेकिन दूसरी बार भी सफल नहीं हुआ।
उनके पास पैसा भी कम बचा हुआ था, इसलिए नष्ट हो चुके रॉकेट के बचे हुए पार्ट और नए पार्ट को मिलाकर फिर एक रॉकेट बनाया, पर यह भी फेल हो गया।
एलन को लेकिन चौथी बार में सफलता मिल ही गई। उन्होंने बहुत ही कम लागत में रॉकेट को तैयार कर दिया और उसे अंतरिक्ष तक पहुंचा डाला।
आज एलन मस्क द्वारा बनाया गया रॉकेट को नासा द्वारा तक यूज किया जाता है।
एलन मस्क और टेस्ला
एलन मस्क ने आज के समय में सबसे ज्यादा लोकप्रियता टेस्ला से हासिल की हुई है।
एलन के खरीदे जाने से पहले टेस्ला जितनी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाती थी, उन पर कॉस्ट बहुत ही ज्यादा आती थी।
इसलिए, उनकी बनाई गई कोई भी कार मार्केट में ज्यादा सफल ही नहीं हो पाई।
यही कंपनी जब एलन के पास गई तो उन्होंने कई सारी टेक्नोलॉजी को बदल कर काफी सस्ती दरों में ही इलेक्ट्रिकल कारों का निर्माण करा दिया, जिससे, यह कारें बहुत ही ज्यादा तेजी से बिकने लग गई थी।